Thursday, June 16, 2011

12 राशियों के स्वभाव, प्रकृति व् लक्षण ....|


मेष 
 मेष राशी के जातक की आखे गोल, घुटने कमजोर, उग्र प्रकृति किन्तु जल से डरने वाले होते है | ऐसे व्यक्ति चपल, चालक, घुमने फिरने के शौकीन और कामी होते है |

वृषभ 
वृषभ राशि के जातक का चेहरा व् जांघे बड़ी होती है | जातक कृषि कर्म करने वाले होते है | यदि उसके जीवन को तीन भागो में बांटा जाये तो अंतिम दो भाग सुख देने वाले होते है | ऐसा व्यक्ति प्रमदा प्रिय (स्त्रियों का शौक़ीन), त्यागी, क्षमावान, क्लेश सहने वाले, शांतिप्रिय और परिश्रमी होते है |

मिथुन 
मिथुन राशी के जातको के नेत्र काले और बाल घुंघराले होले होते है | ऐसे जातक तीव्र व विलक्षण बुद्धि से युक्त और विलक्षण प्रतिभा से परिपूर्ण होते है तथा स्त्री विलास प्रिय होते है | इनकी नाक ऊँची होती है और नाच गाना इनको प्रिय होता है | ऐसे लोग एकांत में रहना पसंद करते है | ऐसे लोग दुसरे की मंशा को जल्दी ही समझ लेते है | जादा घुमने फिरने में यकीन नहीं रखते |


कर्क 
कर्क राशी के जातक स्वयं में स्थूल गले वाला, कमर मोटी व कम कद वाला होता है तथा बहु मित्रो का धनि होता है | ऐसे जातक के कई भवनों से परिपूर्ण व धनाढ्य होता है | ऐसे जातक बुद्धिमान व जलविहार का शौक़ीन होता है और तीव्र चाल से अर्थात तेज़ चलने वाला होता है | 

सिंह 
सिंह राशी वालो के नेत्र पीले और ठोड़ी मोटी व चेहरा बड़ा होता है | ऐसे व्यक्ति अभिमानी, पराक्रमी, स्थिर बुद्धि वाले और माता के विशेष प्रिय होते है |ऐसे जातक वनों व पहाड़ो में बर्मन के शौक़ीन परन्तु क्रोधी होते है |

कन्या 
कन्या राशी वाले जातक सत्य का पालन करने वाला प्रिय वचन बोलने वाला होता है | ऐसे जातक के इतरो में लज्जा और प्रिय सूरत वाले होते है | जातक शास्त्रों के ज्ञाता होते है | दुसरे को द्रव्य व भवनों का लाभ मिलता है | इनके कंधे व बहु ढीले होते है और पुत्र संतति भी थोड़ी होती है |

तुला 
तुला राशी वाले जातक चंचल व कृष शारीर वाले व देवताओं के भक्त होते है | ऐसे जातक लम्बे, धेर्यवान, न्यायप्रिय, खरीद फ़रोख्त में होशियार होते है | ऐसे जातको के प्राय: दो नाम होते है, संतान थोड़ी व घुमने के शौक़ीन होते है | इनका भाग्योदय विलम्ब से होता है |


वृश्चिक 
वृश्चिक राशी के जातको के छाती व नेत्र विशाल होते है, जांघ व पिंडलिया गोल होती है | ऐसे जातक बाल्यावस्था में बीमार होते है | यह क्रूर, पराक्रमी, संघर्षशील स्वभाव के होते है |  इनको पितः व गुरु का साथ जादा नहीं मिलता | ऐसे लोग राजकुल में उच्चाधिकारी अर्थात ऊँची पदवी प्राप्त होते है |

धनु 
धनु राशी वाले जातको का नाक, कान व चेहरा और कंठ बड़ा होता है | ऐसे व्यक्ति बोलने में चतुर, ज्ञानी व त्यागी और माध्यम कर के होते है | यह साहसी, विद्वान् व रजा के प्रिय होते है  | ऐसे लोगो को समझा कर ही अपने वश में किया जा सकता है | इनको तर्क से नहीं जीता जा सकता | 

मकर 
इनके शरीर से से नीचे का भाग अर्थात कमर से पैर तक का भाग कृश होता है | किन्तु ऐसे व्यक्ति में सत्व ( शारीरिक, मानसिक तथा आत्मिक शक्ति) काफी होती है | ऐसे व्यक्ति दुसरो की बात मानते है किन्तु स्वभाव से आलसी होते है | ऐसे लोगो का सम्बन्ध किसी अधिक व्यय वाली स्त्री से होता है | ऐसे व्यक्ति को धर्म ध्वज अर्थात बाहरी आवरण धार्मिक किन्तु लज्जाहीन होता है | ऐसे लोग भाग्यवान होते है |

कुम्भ 
कुम्भ राशी के जातक लोभी, छिप कर पाप करने वाले, दुसरे के धन के इछुक व दुसरो को चोट पहुचाने में दक्ष होते है | इनका शारीर घड़े के आकर का होता है | पुष्पों और सुगन्धित द्रवों के प्रिय होते है | कभी क्षय को प्राप्त होते है तो कभी वृद्धि को अर्थात इनके आर्थिक पक्ष में उतार चढ़ाव आता रहता है |

मीन 
इनके शरीर के अंग बराबर व सुंदर होते है | ऐसे व्यक्ति की दृष्टि बहुत सुंदर होती है | ये लोग विद्वान्, कृतज्ञ, अपनी स्त्री से संतुष्ट, भाग्यवान होते है | जल से उत्पन पदार्थो से इन्हें धन लाभ होता है | ऐसे जातक शत्रु पर विजय प्राप्त करने वाले होते है | 

1 comment:

yajoor said...


Great thoughts you got there, believe I may possibly try just some of it throughout my daily life.











Vasthu Shastra